Lyrics
तेरे दरबार में भगवान मैं आशा लेकर आयी हूँ
जिसे सुनता नहीं कोई सुनाते तुमको आई हूँ
मेरी आशा की दुनिया में अँधेरा ही अँधेरा हैं,
जलाओ दीप आशा का उम्मीदे ले के आई है
ना कुछ भी पास है मेरे जो अर्पण मैं तुम्हे कर दूँ
इसलिए आंसुओ का मैं पीरो कर हार लायी हूँ
बहुत ढूंढा प्रभु तुमको, ना आते हो नज़र मुझको,
तुम बस एक बार मिल जाओ, तमन्ना ले के आई हूँ
Artist:- Hemant Devi and Latika Chauhan

ReplyDeleteBhakti Geet